“बिहार में विधान सभा चुनाव को देखते हुए अभी से सियासी बवाल मचना शुरू हो गया है | मुकाबला कांटे की टक्कर का होने वाला है एक तरफ मोदी के करिश्माई नेतृत्व वाली राजग है जिसने बिहार लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षियों को नाको चने चबवा दिए थे तो दूसरी तरफ महागठबंधन (कांग्रेस +जदयू+राजद) जिसके पास माई वोटरों का भरोसा है |
लालू यादव इन दिनों नितीश कुमार और कांग्रेस से खासे नाराज चल रहे है क्योंकि पिछले दिनों जिस तरह से जदयू+ कांग्रेस ने मिलकर नितीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना दिया है बस तभी से लालू की त्योरियां चडी हुयी है |
“जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग।
चंदन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग।
राज्य के सियासी गलियारों में इस ट्वीट को लालू यादव के साथ उनके गठबंधन पर उठ रही अंगुलियों के बारे में स्पष्टीकरण समझा गया। अर्थात नितीश कुमार के ट्वीट का मतलब निकाला गया कि लालू यादव का जंगलराज अब वापस नहीं आयेगा | गौरतलब है अभी तक नितीश कुमार हर चुनाव से पहले जनता को लालू यादव के जंगल राज का भय दिखाया करते थे | आजकल वो उन्हीं लालू यादव के साथ गठबंधन धर्म निभा रहा है |
नितीश कुमार के ट्वीट के बारे में प्रतिक्रया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश के इस ट्वीट का जवाब राजद को देना चाहिए। हालांकि लालू यादव ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा “नितीश जी के ट्वीट में सांप का मतलब भाजपा से था। ”
कुल मिलाकर आने वाले दिनों में बिहार में जैसे जैसे सियासी पारा गर्माएगा। राजनैतिक मूल्य उतने अधिक गर्त में चले जायेंगे।
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