उरी में सैन्य शिविर पर आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने एक अच्छी प्लानिंग के साथ पाकिस्तानी कब्जे की जमीन में घुसके उनके आतंकीयों और उनके ठिकानो को तबाह कर वापस भारत लौट आये। आजकल सभी भारतीय इस खबर से परिचित हैं, लेकिन जहाँ आम भारतीय नागरिक इस बात पर गर्व कर रहे है वहीं कुछ राजनीतिक दल इस विषय पर भी राजनीति खेलते हुए दिख रहे हैं। बीजेपी इस सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेते हुए मोदी जी, पार्रिकर जी के साथ साथ अपनी पूरी पार्टी को शुभकामनायें देती दिखाई देती हैं। वहीं कुछ पार्टियाँ सर्जिकल स्ट्राइक को झूठा बताती नज़र आती हैं और सबूत मांगती हैं। तो कुछ पार्टी कहतीं हैं कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ, ऐसा तो होता आया है, पहले भी हुआ है। तब तो इतना गौर नहीं किया न किसी पार्टी विशेष को तब उसका श्रेय दिया गया। इस बार ही क्यूँ? बीजेपी अपने हाल में होने वाले चुनाव क्षेत्र में सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े श्रेय व शुभकामनाओ वाले पोस्टर लगा देती है, राजनीति और गरमा जाती है। आखिर इनसब से मिलने वाला क्या है? इन सब को करने के बाद यदि कोई विषय पीछे छूट जाता है तो वे हैं हमारे सेना के जवान, जिनको सर्जिकल स्ट्राइक का इकलौता श्रेय मिलना चाहिए। और इनके बाद किसी को श्रेय देने की जरुरत ही नहीं।
To be continue....
(अभी आगे भी है)
Post a Comment