"श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौ पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस बिकार।।"
-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_-_
आप सभी को हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
पीताम्बर शम्भू
Post a Comment