- पढ़ाई करते हुए म्यूजिक सुनना चाहते हैं तो इंस्ट्रूमेंटल सुनें और यह डिस्टर्ब करने वाला न हो।
- पढ़ाई की जगह तय करें। रोजाना उसी जगह पर पढ़ने से दिमाग खुद को पढ़ाई के लिए तैयार कर लेता है।
- एक दिन में एक ही सब्जेक्ट पढ़ने के बजाय दो-तीन सब्जेक्ट की पढ़ाई करें यानी वैरायटी लाएं।
- जो पढ़ रहे हैं, उसमें खुद को इनवॉल्व करें। सिर्फ पढ़ते जाने के बजाय आप सोचें कि आप क्या पढ़ रहे हैं? उसके बारे में सवाल बनाएं और खुद से उनके जवाब पूछें। यह भी पूछें कि आगे क्या हो सकता है और क्यों? सोचें कि जो पढ़ा, उसके मेन पॉइंट क्या थे। मन में समरी तैयार करें।
- आप जो पढ़ रहे हैं, उसे विजुअलाइज करें। खुद को उस कैरक्टर में फिट करके या उस जगह पर रखकर देखें। उसकी पिक्चर तैयार करें। जैसे कि झांसी की रानी को तौर पर खुद को विजुअलाइज करें। जितना आप सीन में खुद को फिट करेंगे, उतना ही ज्यादा आपको याद रहेगा। पढ़ाई में लॉ ऑफ गिविंग को अपनाएं। यानी अपने सब्जेक्ट से किसी करेक्टर को जोड़ दें और जो पढ़ा, सब उसे दे दें या उसमें समाहित कर दें। जैसे कि अगर टीबी की प्रॉपटीज याद करना है तो अगर गब्बर सिंह आपको पसंद है, उसे टीबी से जोड़ लें। मसलन टीबी में जुकाम हो जाता है तो सोचें कि गब्बर सिंह को जुकाम हो गया। टीबी से लंग्स खराब हो जाते हैं तो सोचें कि गब्बर के लंग्स बाहर निकल रहे हैं और सांबा उन्हें पेचकस से कस रहा है। टीबी में बाल झड़ जाते हैं तो देखें कि गब्बर के बाल झड़ रहे हैं। इसी तरह प्लास्टिक की प्रॉपर्टीज़ याद करना है तो अपने किसी करीबी दोस्त को विजुअलाइज करें। प्लास्टिक लाइट होता है तो सोचें कि वह पतला है। प्लास्टिक में जंग नहीं लगता तो सोचें कि उसे माथे पर बल नहीं पड़ते। प्लास्टिक का लो मेल्टिंग पॉइंट होता है तो सोचें कि दोस्त की नाक बह रही है। प्लास्टिक की मेंटनेंस कम होती है तो दोस्त कम खाना खाता है। इस तरह आप हर प्रॉपर्टी से दोस्त को जोड़ दें। फिर वह कभी नहीं भूलेगा।
- अब पूरे चैप्टर को पढ़ें। पहली बार में अंडरलाइन न करें। ऐसा करेंगे तो आप बहुत सारे पॉइंट्स को अंडरलाइन कर लेंगे, जो कि इम्पोर्टेंट नहीं होंगे। जो पॉइंट अंडरलाइन किए हैं, उनके बारे में सोचें।
- अब मुख्य सवालों के जवाब जोर से बोलें। जितनी देर आप पढ़ते हैं, उसमें से कम-से-कम आधा टाइम पढ़े हुए को जोर से बोलकर बिताएं।
- क्लास में नोट्स उतारते वक्त भी उन पर गौर करें। यह सोचकर न लिखें कि अभी लिख लेता हूं, बाद में पढ़ लूंगा। लिखते हुए ही मन में दोहराएं भी। टीचर की हर बात को लिखने के बजाय जो इम्पोर्टेंट हो, उसे नोट करें। बाकी को छोड़ दें।
- एक बार याद करने के बाद फिर से दोहराएं। 24 घंटे बाद पहली बार और एक हफ्ते बाद दूसरी बार जरूर दोहराएं।
- जो पढ़ा है, उसे किसी ऐसी चीज से जोड़कर याद करें, जिसे आप पहले से जानते हों। आपने जो पढ़ा है, उसे लेकर कोई कविता, गाना आदि भी बना सकते हैं।
- जो नया पढ़ा, उसे फ्रेंड को पढ़ाने की कोशिश करें। उसे तभी पढ़ा या समझा पाएंगे, जब आपको वह टॉपिक बिल्कुल क्लीयर होगा।
- अपने पढ़ाई के रुटीन में बदलाव करते रहें। एक ही तरीके से एक ही समय पर लगातार पढ़ने से बोरियत होती है और पढ़ाई में मन नहीं लगता।
उम्मीद है आपको ये सभी सुझाव पसंद आएंगे।
धन्यवाद !!
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